सूर्यवंशी क्षत्रिय सम्राट महाराजा सल्हीय सिंह अर्कवंशी
सूर्यवंशी क्षत्रिय सम्राट महाराजा सल्हीय सिंह अर्कवंशी यह नाम ही विदेशी आक्रमणकारी शत्रुओं व मुगलों के लिये बहुत बड़ी काल के समान था। इन्होनें अवध उत्तर प्रदेश के कौशल(कोसल) राज्य के अन्तर्गत आने वाले सल्हीयपुर नामक नगर को बसाया था जिसे आज संडीला के नाम से जाना जाता हैं, यह सल्हीयपुर(संडीला) आज के भू-भाग से कई अधिक क्षेत्रफल में विस्तृत रूप में इनके शासित राज्य के रूप में फैला हुआ था। सरकारी कागजातों में तो इन्हें Lords Of The Land कह कर सम्बोधित किया गया हैं तथा बताया गया है कि संडीला(सल्हीयपुर) क्षेत्र के स्वामी अर्कवंशी हुआ करते थे, एवं संडीला में वर्तमान में जितने भी खंडहर, कुण्ड, मंदिर है वह सब अर्कवंशीयों द्वारा निर्मित हैं। जब महाराजा पृथ्वीराज चौहान को बंदी बनाकर मोहम्मद गोरी गजनी ले गया था तो भारत के उस खाली हो चुके नेतृत्व की बागडोर को एक लम्बे अंतराल के बाद महाराजा सल्हीय सिंह अर्कवंशी ने संभाली जिन्होनें आक्रमणकारी व पैर पसार चुके मुगलों से लोहा लेते हुए अपने कुशल युद्ध नीति व रण कौशल के बल पर अपने राज्य का विस्तार किया, दतली, मलीहाबाद(मल्हीयपुर), काकोरी, कल्यान